सावधानः WHO और ICMR के नाम पर अफवाह हो रही हैं वायरल

विषम परिस्थियों में भी माहौल बिगाड़ने में लगे अराजक




ऐसे झूठे संदेशों से बच कर रहने और आगे फारवर्ड न करने की अपील


लखनऊ। एक तरफ जहां समूचा देश कोरोना से जंग में लगा हुआ है वहीं कुछ लोग इस विषम परिस्थियों में भी अफवाह और डर का माहौल बनाने में जुटे हैं। सोशल मीडिया ऐसे लोगों का प्लेटफार्म बन गया है और तमाम लोग जाने-अनजाने इसे ग्रुप में शेयर कर रहे हैं। ऐसी ही एक अफवाह सवेरे से वायर हो रही है और वो ये है कि भारत के लिए अगले 20 घंटे बहुत ही भारी होंगे। खास बात तो यह है कि ऐसा कहने के लिए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी डब्ल्यूएचओ और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर का हवाला दिया गया है।


फर्जी मैसेज भेजकर माहौल बिगाड़ रहे लोगों ने आईसीएमआर और डब्ल्यूएचओ तक को नहीं छोड़ा। उनका हवाला देकर फर्जी खबरें चलायी जा रही है। ऐसे ही एक संदेश में कहा गया है कि शनिवार की रात तक का समय भारत वासियों के लिए बहुत भारी होने वाला है। यदि भारतीय अपनी आदत में बदलाव नहीं लाते और घरों से बाहर निकलना यूं ही जारी रखते है तो देश में कोरोना का संक्रमण थर्ड स्टेज में पहुंच जाएगा। थर्ड स्टेज यानी कम्युनिटी ट्रांसमिशन और इसे रोक पाना भारत के लिए बहुत ही खतरनाक होगा।

यह मैसेज व्हाट्सअप ग्रुपों में कुछ इस प्रकार से प्रसारित किया जा रहा है। अगले 20 घ॔टे भारत के लिए भारी


सावधानः ये रहे फर्जी मैसेज


1-WHO और  ICMR ने कहा है कि यदि 20 घ॔टे में भारतीय नहीं सुधरे तो भारत कल रात 11 बजे के बाद थर्ड स्टेज यानी” कम्युनिटी ट्रांसमिशन” में प्रवेश कर जायेगा। अगर ये भारत मे थर्ड स्टेज तक पहुंच गया तो तो भारत मे 15 APRIL तक लगभग पचास हजार मौतें हो सकती हैं, क्योकि अन्य देशों की अपेक्षा भारत का जनसंख्या घनत्व बहुत अधिक है। परन्तु भारतीय अभी तक इसकी गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं।


2-ईश्वर से दुआ करो


सभी नागरिकों से निवेदन है कि प्लीज मस्ती और  कोरेना से सम्बंधित किसी भी खबर को छोड़ आज रात तक जितना फैला सकते उतना फैलाओ की कुछ भी हो जाये 72 से 108 घण्टा बिल्कुल भी न निकले।  भारत 3 स्टेज में शायद जा सकता है. प्लीज सभी को अंदर रहने के लिये प्रेरित करे….।


3-विशेषज्ञ बोले,फर्जी हैं ये संदेश


इस मैसेज की सत्यता जांच ने के लिए की गयी कोशिशों से पता चला कि इस तरीके का कोई भी अलर्ट इन दोनों ही एजेंसियों के द्वारा जारी नहीं किया गया हैष विशेषज्ञों ने बताया कि इस तरीके का कोई भी प्रेडिक्शन कोरोनावायरस के संबंध में जारी नहीं किया जा सकता।  यह तथ्यात्मक तौर पर गलत है।  साथ ही मैसेज की जो भाषा है उसी से पता चल जाता है कि मैसेज फर्जी है। विशेषज्ञों का कहना है कि  इससे डरने की जरूरत नहीं है लेकिन यह जरूर है कि लॉकडाउन का पूरी तरीके से पालन किया जा। बता दें कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या हर रोज बढ़ रही है।