रेलवे कोच बनेंगे आइसोलेशन वार्ड, भर्ती होंगे मरीज



नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर रेलवे ने बड़़ी तैयारी की है। अगर आइसोलेशन वार्ड़ की कमी पड़े़गी तो 20 हजार कोच आइसोलेशन वार्ड़ के रूप में मरीजों को मिलेंगे। इन आइसोलेशन वार्ड़ में भर्ती होने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को रेलवे के बेस किचन और पैंट्रीकार से खाना उपलब्ध कराया जाएगा। हालांकि रेलवे ने देशभर में स्थित अपने अस्पतालों में करीब सैकड़़ों की संख्या में आइसोलेशन बेड़ की व्यवस्था और जरूरी इंतजाम कर रखे हैं।


रेलवे के अति वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार कोरोना की स्थिति को देखते हुए पूर्व में ही व्यापक तैयारी कर ली गई है कि यदि कोरोना का प्रभाव बढ़ता है और राज्य सरकारों को आइसोलेशन वार्ड़ की जरूरत पड़़ती है .तो इसके लिए रेलवे के कोच काम आएंगे। इसके मद्देनजर देशभर के विभिन्न जोनल रेलवे में 20 हजार रेल कोचों को सेनिटाइज करके तैयार रखा गया है। एक कोच में चार टॉयलेट होते हैं‚ लिहाजा इसमें ज्यादा संक्रमित मरीजों को रखा जा सकेगा।


इन मरीजों के खानपान के लिए रेलवे के बेस किचन से खानपान की व्यवस्था की जाएगी। जरूरत पड़़ी तो रेलवे के पैंट्रीकार आइसोलेशन कोच के आसपास लगा दिया जाएगा‚ ताकि दूर से रेलवे बेस किचन से खाना लाने की जरूरत न पड़े। इसके अलावा रेलवे ने कोरोना वायरस के मद्देनजर अपने रेलवे अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में आइसोलेशन वार्ड़ बना रखे हैं। इनमें सैकड़़ों की संख्या में बेड़ लगाए गए हैं। रेलवे का अस्पताल तमाम महानगरों के साथ–साथ सभी मंड़ल रेल कार्यालय वाले शहरों में और जोनल रेलवे मुख्यालय शहरों में स्थित है ।