कालाबाजारी को रोकने झोला लेकर बाजार पहुंचे थे डीएम और एसएसपी


मुख्यमंत्री योगी ने इस कार्य को लेकर वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी की पीठ थपथपाई


वाराणसी के जिलाधिकारी और एसएसपी सोमवार को आम आदमी बनकर सड़क पर उतरे, और दुकानदारों को भनक तक नहीं लगी। सामानों के दोगुने-तिगुने दाम बताकर मुनाफाखोरी और कालाबाजारी में लगे लोगों को अधिकारियों ने हिरासत में लिया था।


नई दिल्ली। देश में लागू लॉकडाउन के बीच कुछ जगहों पर कालाबाजारी देखने को मिल रही है। लोगों से सामानों की खरीददारी में थोड़ा ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं। ऐसी खबरों की पड़ताल और लगाम लगाने के लिए सोमवार को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के डीएम और एसएसपी ने आम आदमी बनकर बाजार में सामान खरीदे।





वाराणसी के जिलाधिकारी और एसएसपी सोमवार को आम आदमी बनकर सड़क पर उतरे, और दुकानदारों को भनक तक नहीं लगी। सामानों के दोगुने-तिगुने दाम बताकर मुनाफाखोरी और कालाबाजारी में लगे लोगों को अधिकारियों ने हिरासत में लिया था। इस खबर को लेकर पूरे राज्य में चर्चा रही। जहां सोशल मीडिया पर लोग इस तरह के कार्यों की सराहना कर रहे हैं तो वहीं अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एक मीटिंग में इस कार्य की चर्चा की।



मुख्यमंत्री योगी ने इस कार्य को लेकर वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी की पीठ थपथपाई और कहा कि, कालाबाजारी रोकने के लिए डीएम-एसपी कमान संभालें और लोगों को हो रही परेशानियों से मुक्ति दिलाएं। इस दौरान सीएम योगी कौशल राज शर्मा और प्रभाकर चौधरी के इस तरह के कार्य से खुश दिखाई दिए और सबके सामने मीटिंग में उनकी तारीफ भी की।



आपको बता दें कि जहां एक मंगलवार को सीएम योगी ने इन दोनों अफसरों के कार्यों से खुश दिखाई दिए तो वहीं इसके एक दिन पहले सोमवार को नोएडा के डीएम बीएन सिंह को जमकर फटकार भी लगाई थी। कोरोना को लेकर नोएडा में जो हालात हैं उसको लेकर मुख्यमंत्री योगी खुश नहीं थे और उन्होंने सबके सामने जिलाधिकारी बीएन सिंह को चुप रहने के लिए कहा। बीएन सिंह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फटकार के बाद शासन ने उन्हें इस पद से हटा दिया है।