दुनिया ताले में बंद, लेकिन चीन में फिर पटरी पर लौटने लगी जिंदगी



कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया एक बड़ा सा कैदखाना बन गयी है. इस बीमारी के खौफ से दुनिया की लगभग 20 प्रतिशत आबादी लॉकडाउन है. घरों, बाजारों, दफ्तरों हर जगह ताला लगा हुआ है. गाड़ियां रोक दी गयी हैं. ट्रेन और जहाज बंद पड़े हैं. लेकिन जिस चीन से निकल कर कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लिया है, उस चीन में अब जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है. कोरोना वायरस का केंद्र चीन का हुबेई प्रांत अब सामान्य होने लगा है।



जिस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन है. वहीं सिर्फ दो महीने में ही चीन में जिंदगी सामान्य हो गयी है. लोग घरों से निकलकर सड़कों, रेस्टुरेंट, दफ्तरों, बाजारों, शॉपिंग मॉल में जा रहे हैं।


चीन के हुबेई प्रांत को कोरोना वायरस का केंद्र माना जाता है, लेकिन हुबेई में अब यातायात पर लगायी गायी पाबंदियां खत्म कर दी गयी हैं. लोग अब ट्रेनों और बसों के जरिये लोगों से मिलने जा रहे हैं।


मंगलवार को चीन में कोरोना वायरस के 47 नये मामले सामने आये. ये वो लोग हैं जो कहीं फंसे हुए थे और अब अपने देश वापस वापस लौटे हैं. पिछले हफ्ते ये संख्या 78 थी।


हालांकि, अब भी पूरे चीन में लोग अपने चेहरे से मास्क नहीं हटा रहे हैं. अब लोग रेस्टुरेंट भी जाने लगे हैं. ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई रेस्टुरेंट ने लुभावने ऑफर शुरू किये हैं।


कोरोना वायरस के आतंक को खत्म कर अब कुछ लोग काम पर भी लौटे हैं, लेकिन उन्हें सरकार द्वारा बताए गए कोरोना संबंधी नियमों का पालन करना पड़ा रहा है. ताकि फिर से ये बीमारी सर न उभारे।


कारखानों और दफ्तरों, में काम पर जाने वाले लोगों की रोजाना 30 मिनट जांच हो रही है. कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच सरकार ने जो स्वास्थ्य नियम बनाये थे, उन्हें वो मानने पड़ रहे हैं।