डीएम-एसपी ने किया भ्रमण, निर्धन परिवार में बांटी राहत सामग्री





 

सिकन्दरपुर कस्बे के अलावा ईंट भट्ठों पर मजदूरों का जाना हाल

 

बलिया: जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही व एसपी देवेंद्र नाथ में बलिया शहर और सिकंदरपुर कस्बे का भ्रमण किया। इस दौरान कुछ ईट भट्ठों पर भी डीएमएसपी गए और वहां मजदूरों की स्थिति को देखा। बदुआ मुहल्ले में कुछ निर्धन परिवार को राहत सामग्री भी दी। इसके अलावा सभी एसडीएम, सीओ व एसओ के माध्यम से पूरे जनपद की स्थिति का भी संज्ञान लेते रहे।

 

भ्रमण के दौरान, तहसील सिकन्दरपुर में स्लम एरिया में रहने वाले, सॉंप पकड़ने वाले, मधु निकालने का कार्य करने वाले व इस प्रकार के निर्धन परिवारों को खाद्यान्न का वितरण एसडीएम व सीओ सिकन्दरपुर की उपस्थिति में किया। डीएम-एसपी ने सीएचसी सिकन्दरपुर की व्यवस्था का निरीक्षण किया। 

 

1025 वाहनों का चालान, 4 लाख से अधिक शमन शुल्क वसूले

 

जिलाधिकारी श्री शाही ने बताया कि लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों से सख्ती से निपटा जा रहा है। अब तक 20 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है और 44 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। आवश्यक वस्तु अधिनियम के अन्तर्गत एक एफआईआर दर्ज हुई है। इसी प्रकार 1025 वाहनों का चालान किया गया है तथा 31 वाहनों को सीज करते हुए 4 लाख 27 हजार 800 शमन शुल्क के रूप से वसूला गया है।

 

इस खाते में भेज सकते हैं सहयोग राशि

 

निराश्रित व गरीब तथा फॅंसे हुए लोगों के लिए बने भोजन का पैकेट व खाद्यान्न के पैकेट बनाने के लिए कई संस्थाएं व सामाजिक कार्य करने वाले व्यक्ति आगे आ रहे हैं, जो स्वागत योग्य है। परन्तु, यह देखा जा रहा है कि कुछ संस्थाएं व व्यक्तियों द्वारा लॉकडाउन की मंशा व उद्देश्य के विपरीत समूहों के साथ सामग्रियों का वितरण कराया जा रहा है तथा वितरण से अधिक फोटोग्राफी पर जोर दिया जा रहा है। यह ठीक नहीं है। उन्होंने अपील करते हुए कहा है कि इस प्रकार के सभी संस्थाएं एवं व्यक्तियों जो लोगों की सहायता करना चाह रहे हैं, वे सामग्री के रूप में या नकद धनराशि के रूप में सहयोग जिला प्रशासन व पुलिस को दे सकते हैं। नकद धनराशि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित 'बलिया कल्याण व विकास समिति' के सेण्ट्रल बैंक, बलिया की मुख्य शाखा में संचालित खाता संख्या-3794400311 में जमा किया जा सकता है। राहत सामग्री या फूड पैकेट पुलिस लाईन अथवा सम्बन्धित एसडीएम या थानाध्यक्ष को उपलब्ध कराया जा सकता है। सहायता देने वाले व्यक्तियों/संस्थाओं का प्रतिदिन का विवरण प्रशासन द्वारा मीडिया के माध्यम से आम जनता को दी जाएगी। आगाह किया है कि समूह बनाकर कोई भी कार्य न किया जाए अन्यथा मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ेगी।

 

किसी सहयोग के लिए 112 को नोट कराएं

 

डीएम ने सभी एसडीएम व थानाध्यक्ष को निर्देश दिया है कि भ्रमण के दौरान यदि कोई जरूरतमंद व्यक्ति फॅसा हुआ मजदूर, ठेला-खोमचे वाला, रिक्शा वाला या ग्रामीण क्षेत्रों में कोई परिवार इस स्थिति के कारण भूखा प्यासा है तो इसका स्वयं संज्ञान लेते हुए आवश्यक सहायता उपलब्ध कराएं। आम लोगों को भी ऐसा कहीं दिखे तो पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा तत्काल डायल 112 पर नोट करायें। इसके बाद सभी थाना क्षेत्रों में पीसीआर वाहनों के माध्यम से आवश्यक सामग्री व सहयोग उपलब्ध कराया जायेगा।

 

अपने घर के सामने रखें पशु पक्षियों के लिए खाना-पानी

 

जिलाधिकारी ने यह भी अपील की है कि  हर कोई  अपने घर के सामने  पशु पक्षियों के लिए खाना और पानी अवश्य रखें। भ्रमण के दौरान ऐसा देखा जा रहा है कि छुट्टा जानवरों व पशु, पक्षी को इस लॉकडाउन के कारण परेशानी है और उन्हें खाने की सामग्री मिल नहीं पा रही है। हालांकि, सभी अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि ऐसे गोवंश व कुत्तों तथा अन्य जानवरों के लिए खाद्य सामग्री तैयार कराकर शहर में गौ-ग्रास वाहन के माध्यम से उपलब्ध करायें। निराश्रित गोवंश को गोआश्रय स्थल भी ले जाएं। आम आदमी भी अपने घर का बच्चा खाना और पानी जरूर रख दें।

 

बाहरी यात्रियों या मजदूरों के लिए आश्रय स्थल

 

जिलाधिकारी ने बताया कि सभी एसडीएम को निर्देश दिया गया है कि अपने घर जाने के लिए बाहर से आने वाले यात्रियों या मजदूरों के लिए आश्रय स्थल की व्यवस्था तत्काल कर ली जाए। मुख्य मार्गों पर स्थित विद्यालय या भवन जिसमें शौचालय की पर्याप्त उपलब्धता हो उसे खुलवा दें। आवश्यकतानुसार उन्हें भोजन का पैकेट या सामुदायिक किचन खोलकर उनके खाने की व्यवस्था सुनिश्चित करायें। आश्रय स्थल खुलने के बाद उसका प्रचार-प्रसार भी कराएं।

 

ज्यादा दिन की दवा ना लें, रोज खुलेगी दवा की दुकान

 

जिलाधिकारी ने कहा कि दवा की दुकानें प्रतिदिन खुल रही हैं, लेकिन फिर भी कुछ लोग पर्ची पर लिखे दिन से भी ज्यादा दिन की दवा लेने की जिद मेडिकल स्टोर कर कर रहे हैं। उन्होंने दवा विक्रेताओं की पर्ची पर जिनके दवा लिखी है उसने दिन की ही दवा दें।